लाम्बै संघर्ष रै बावजूद राजस्थान री मायड़ भासा नै संविधान री आठवीं अनुसूचि में स्थान नीं मिल्यो हुवैला पण गूगल अनुवाद इण नै निस्चै ई सम्मान दियौ है।
विशाल तकनीकी कंपनी गूगल हाल ही रै मांय गूगल ट्रांसलेट रै मांय वैश्विक स्तर माथै 110 नूंवी भाषावां जोड़ी है। इण मांय मारवाड़ी, अवधी अर पंजाबी सामिल है। अबै गूगल अनुवाद 243 भाषावां मांय उपलब्ध करायो गयो है, जकी पैली 133 होया करता हा। मारवाड़ी भाषा राजस्थान री एकमात्र बोली है जिणनै इण सूची मांय सामिल करियो गयो है।
अबै गूगल ट्रांसलेट माथै जा'र आपां किणी भी भाषा सूं मारवाड़ी अर मारवाड़ी सूं किणी भी भाषा मांय अनुवाद कर सकां। गूगल रै इण कदम सूं राजस्थानी भाषा और समृद्ध होसी। जोधपुर, पाली संभाग सहित कई जिलों में मारवाड़ी बोली जावे है। इणनै मारवाड़ी या खाती मारवाड़ी रै नांव सूं जाणीजै। आपां थानै बतावां कै नवम्बर 2022 रै मांय गूगल घोषणा करी ही कै करीब 110 नूंवी भाषावां, जिकी दुनिया रै मांय सबसूं ज्यादा बोली जावै है, गूगल ट्रांसलेट अर गूगल एआई मॉडलां रै मांय जोड़ी जावैला। अबार, गूगल ट्रांसलेट रा करीब 614 मिलियन उपयोगकर्ता है, जो दुनिया री आबादी रो लगभग 8 प्रतिशत है।
हालांकि, अबार तांई कोई सटीक मारवाड़ी अनुवाद कोनी है: अबै मारवाड़ी गूगल ट्रांसलेट फीचर रै मांय भाषा रो पता लगाबा रै विकल्प रै मांय भी दीखै है। फेर भी जद भास्कर हिंदी सूं मारवाड़ी मांय अनुवाद करियो तो उणां नै लाग्यो कै केई सबद मारवाड़ी सूं ठीक सूं नीं आ रैया है। राजस्थानी भासा री मानता सारू लाम्बो संघर्ष, मांग पैली बार 1936 में उठाई गई। विधानसभा में भी 1956 में मांग उठाई गई। लंबे संघर्ष के बाद पहली बार 2003 में राजस्थान सरकार ने विधानसभा से प्रस्ताव पारित कर केन्द्र सरकार को भेजा। इसके बाद केन्द्र सरकार ने एसएस महापात्र के नेतृत्व में एक कमेटी बनाई।
समिति इणनै संवैधानिक मान्यता रै वास्तै पूरी तरह सूं पात्र घोषित कर दियो हो। 2006 में तत्कालीन गृह राज्य मंत्री श्री प्रकाश जायसवाल ने भी इसके लिए सैद्धांतिक सहमति दी। साहित्यकार अर्जुनसिंह शेखावत पद्मश्री मिल्यां पछै पीएम मोदी साम्हीं राजस्थानी भाषा री मान्यता रो मुद्दा उठायो। उण पद्मश्री नै मान्यता नीं मिलण माथै वापिस करण री भी बात करी है।
#marwadi
#google #translation
#jhalkotech
Comments